केंगेरी कण्णन चले मेला देखने

दोस्तों, आखिरकार हम अपनी कहानियों को हिंदी में लेकर हाज़िर हैं। सबसे पहले हम चलेंगे अपने मस्त-मौला दोस्त केंगेरी कण्णन और उनके परिवार के साथ उनके गाँव के बसंत मेले में। इस मेले में खिलौने हैं, खाना-पीना है, और एक circus भी है। उनके घर में सभी को हर साल इस मेले का इंतज़ार रहता है, पर केंगेरी कण्णन ख़ास तौर पर उत्सुक हैं कोकिला दी की मधुर आवाज़ सुनने के लिए। तो चलिए, सभी के साथ में कृष्णपुरम के मेले में।

नानी और मिष्टी – चिड़ियाघर की सैर

जैसा कि नानी ने वादा किया था, वह मिष्टी को एक बार फिर चिड़ियाघर ले जाती हैं। वे दोनों चिड़ियाघर में घूमते हैं, और हाथियों, बंदरों, डरावने शेरों और जादुई मछलीघर देखते हैं। मिष्टी इन जानवरों के बारे में कुछ बहुत ही दिलचस्प बातें भी सीखती है, अपनी नानी से। कहानी सुनें अगर आप यह जानना चाहते हैं कि मिष्टी ने क्या सीखा। 

नटखट

आज हम सुनेंगे कहानी समर की, एक ऐसा शरारती लड़का जिसको खूब सारे आम खाना अच्छा लगता है और सबके साथ मज़ाक करना अच्छा लगता है। पर कितना मज़ा आता है जब ऊँट खुद ही पहाड़ के नीचे आ जाता है।

अम्मु की सीटी

अम्मु एक ख़ुशमिज़ाज लड़की है जिसे गाने का बहुत शौक़ है। पर अब वह सीटी बजाना सीखना चाहती है और पूरे दिल से कोशिश करती है। आख़िरकार, क्या वह सीटी बजाना सीख जाती है? अगर आप भी सीखना चाहते हो, तो आओ अम्मु की कहानी सुनो।

केंगेरी का गीत

कृष्णपुरम के मेले में कोकिला दी का मधुर गाना सुनकर केंगेरी कण्णन ने ठान लिया कि वे भी गाना सीखेंगे। कोकिला दी के कहे अनुसार, रोज़ रियाज़ करने के बाद, क्या केंगेरी गाना सीख पाए?

नानी, मिष्टी, और तारा की पिकनिक

मिष्टी और तारा नानी के साथ पार्क में पिकनिक पर जाते हैं। वे खेल खेलते हैं, गीत गाते हैं और भूख लगने तक इधर-उधर भागते हैं। वे अपने आसपास की प्रकृति के बारे में अपनी जानकारी भी बढ़ाते हैं।

एक चमत्कारी दिन

हम सभी को फल खाना बहुत पसंद होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप गलती से एक बीज निगल लें तो क्या होगा? समर एक बेर के बीज को निगल जाता है और इस वजह से उसका दिन चमत्कारी हो जाता है। क्या होता है जानने के लिए सुनें।